SSC Mismanagement Protest: Delhi Teachers & Students Detained During ‘Delhi Chalo’ March

SSC vs Students: ‘Delhi Chalo’ में सख्ती, शिक्षकों-छात्रों की गिरफ्तारी

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31 जुलाई 2025 की शाम, Delhi में SSC Selection Post Phase‑13 परीक्षा में कथित गड़बड़ी के खिलाफ छात्रों और शिक्षकों ने “Delhi Chalo” आंदोलन किया; Delhi Police ने बसों में सवार स्थिति में कई शिक्षकों और छात्रों को गिरफ्तार किया।


🚩 महत्वपूर्ण घटनाक्रम (सबसे ऊपर)

SSC Phase‑13 (24 जुलाई–1 अगस्त) परीक्षा में अचानक पेपर रद्द करना, तकनीकी गड़बड़ी और केंद्रों पर खराब प्रबंधन के कारण छात्रों और शिक्षकों में गहरा असंतोष फैल गया। 
 
31 जुलाई को “Delhi Chalo” मार्च के तहत प्रदर्शनकारी Jantar Mantar एवं CGO Complex में शांतिपूर्वक इकट्ठा हुए। 
 
पुलिस ने प्रदर्शन को रोकने के लिए लाठीचार्ज किया और उसी समय कई शिक्षकों और छात्रों को बस में बैठे हुए गिरफ्तार कर लिया। 
 
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🎥 आंतरिक दृश्य (Official Teacher-Channel Videos)




ये वीडियो Delhi में प्रदर्शन के सबसे विश्वसनीय और सीधे स्रोत हैं, जिनमें शिक्षकों की आवाज़ को स्पष्ट रूप से रिकॉर्ड किया गया है।


📝 क्रमिक विवरण (Step‑by‑Step Sequence)

Step 1 – पूर्व पृष्ठभूमि

Phase‑13 परीक्षाएँ 24 जुलाई से 1 अगस्त 2025 के बीच आयोजित हुईं।
कई परीक्षा केंद्रों पर पेपर अचानक रद्द हो गए; तकनीकी और व्यवस्थापकीय त्रुटियों की शिकायतें सामने आईं।

Step 2 – आंदोलन की शुरुआत

सोशल मीडिया पर #SSCMisManagement वायरल हुआ और छात्रों‑शिक्षकों ने न्याय व पारदर्शिता की मांग तेज़ की।
“Delhi Chalo” नाम से 31 जुलाई को दिल्ली में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई गई।

Step 3 – 31 जुलाई शाम की घटना

प्रदर्शनकारी Jantar Mantar और CGO Complex में शांतिपूर्वक बैठे थे।
पुलिस ने लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को दूसरे स्थानों की ओर धकेलना शुरू किया।
कई शिक्षकों और छात्रों को बसों में बैठे हुए गिरफ्तार किया गया — जैसा ऊपर वीडियो में स्पष्ट दिखता है।

Step 4 – मीडिया और सोशल मीडिया का प्रभाव

प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी और पुलिस कार्रवाई की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिससे आंदोलन तेज़ी से बढ़ा।
Neetu mam और अन्य प्रमुख शिक्षकों की गिरफ्तारी की खबरें अधिक ध्यान खींच रही हैं।

Step 5 – वर्तमान स्थिति (31 जुलाई की रात तक)

गिरफ्तारी की संख्या और पुलिस की योजना अस्पष्ट बनी हुई है।
छात्रों‑शिक्षकों की मांगें — सुधार, जवाबदेही, परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता — लगातार जारी हैं।

🔍 पृष्ठभूमि – SSC/TCS मुद्दा क्या है?

SSC अधिकारियों और परीक्षा केंद्रों पर तकनीकी विफलता और खराब प्रबंधन होने के आरोप हैं।
छात्रों एवं शिक्षकों का आरोप है कि privé vendor (TCS/DOPT vendor) की लापरवाही से परीक्षा व्यवधान में आई।
विरोध प्रदर्शन मुख्यतः इसी mismanagement… और निष्पक्षता व सुधार की मांग पर केंद्रित है।

✅ निष्कर्ष – यह घटना क्यों महत्वपूर्ण है?

SSC परीक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और विश्वसनीयता की कमी सामने आई है।
लोकतांत्रिक आवाज़ उठाने वालों की गिरफ्तारी — खासकर बसों में बैठे हुए समूहों की — संवेदनशील सवाल पैदा करती है।
आगे भविष्य में SSC की जवाबदेही, पुलिस के बयान और आंदोलन की रणनीति पर ध्यान बना रहेगा।

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