भारतीय शेयर बाजार में मजबूती, SEBI का Algo-Trading प्रस्ताव सुर्खियों में

📊 भारतीय शेयर बाज़ार में मजबूती, SEBI का नया Algo-Trading प्रस्ताव चर्चा में

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🔹 टॉप लाइन (सबसे ज़रूरी जानकारी पहले)

आज भारतीय शेयर बाज़ार मजबूती के साथ बंद हुआ, जहां Sensex +304 अंकों की बढ़त के साथ 80,546 पर और Nifty 50 +132 अंकों के साथ 24,619 पर बंद हुआ। यह बढ़त मुख्य रूप से अमेरिकी CPI डेटा के बाद फेडरल रिजर्व की संभावित ब्याज़ दर कटौती की उम्मीदों से आई। इसी बीच, SEBI ने एक बड़ा प्रस्ताव पेश किया है जिसमें algorithmic और proprietary trading को सीधे stock broker regulations में शामिल करने की योजना है, ताकि मार्केट ट्रांसपेरेंसी और मॉनिटरिंग को मजबूत किया जा सके।


🔹 मुख्य घटनाक्रम

  • Sensex और Nifty में तेजी: बैंकिंग, ऑटो, ऊर्जा और आईटी सेक्टर में खरीदारी का दबदबा रहा।
  • ICICI और IndusInd बैंक में गिरावट: ICICI Bank –0.07% और IndusInd Bank –1.16% गिरे।
  • विदेशी निवेशकों का मूड बदला: Bank of America सर्वे के मुताबिक, भारत को एशिया का सबसे कम पसंदीदा मार्केट घोषित किया गया।
  • Donald Trump का टैरिफ बयान: 50% तक टैरिफ बढ़ाने की धमकी के बावजूद भारतीय बाज़ार ने स्थिर प्रदर्शन किया।
  • SEBI का प्रस्ताव: Algo-Trading को रेगुलेशन में लाने के लिए पब्लिक कमेंट्स 3 सितंबर 2025 तक लिए जाएंगे।

🔹 बैकग्राउंड और कॉन्टेक्स्ट

भारतीय मार्केट पर पिछले कुछ दिनों से विदेशी निवेशकों के रुख का असर देखा जा रहा है। हालांकि, घरेलू निवेशकों और मजबूत आर्थिक संकेतों ने बाज़ार को सपोर्ट दिया है। अमेरिकी CPI डेटा के बाद वैश्विक मार्केट्स में रैली देखने को मिली, जिसका असर भारत पर भी पड़ा।
SEBI का नया प्रस्ताव मार्केट में पारदर्शिता और एल्गोरिथमिक ट्रेडिंग की निगरानी के लिए अहम कदम माना जा रहा है।


🔹 सेक्टोरल परफॉर्मेंस

  • बैंकिंग: मिश्रित प्रदर्शन, निजी बैंकों में हल्की गिरावट।
  • ऑटो और ऊर्जा: तेज़ी, विदेशी और घरेलू खरीदारी दोनों का असर।
  • आईटी: डॉलर के मुकाबले रुपया स्थिर रहने से टेक सेक्टर में सुधार।

🔹 निवेश अनुशंसाएँ

विश्लेषकों ने Titan को खरीदने की सलाह दी है, ₹3,800 के टारगेट के साथ, जबकि टेक्निकल एनालिसिस के आधार पर Tbo Tek, Wockhardt, और Hubtown जैसे स्टॉक्स को भी खरीदारी के लिए सुझाया गया है।


🔹 आगे की राह

मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि अल्पावधि में वैश्विक आर्थिक डेटा, अमेरिकी फेड के निर्णय और ट्रंप के टैरिफ बयान का असर रहेगा। लंबे समय में, SEBI के प्रस्तावित बदलाव मार्केट के संचालन में पारदर्शिता और निष्पक्षता लाएंगे।


📌 डायरेक्ट लिंक (सोशल मीडिया/ऑथेंटिक सोर्स)


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