भारत का 78वां स्वतंत्रता दिवस: आज़ादी का पर्व और एकता का संकल्प

 🇮🇳 भारत का 79वां स्वतंत्रता दिवस: आज़ादी का पर्व और एकता का संकल्प

15 August – The Red Fort Glows in Saffron, White & Green

15 अगस्त 1947—यह तारीख भारत के इतिहास में एक अमिट स्वर्णाक्षर के रूप में दर्ज है। वर्षों की लंबी संघर्ष यात्रा, असंख्य बलिदानों और अथक प्रयासों के बाद हमारे देश ने अंग्रेज़ी हुकूमत से स्वतंत्रता प्राप्त की। यह दिन केवल एक राष्ट्रीय अवकाश नहीं, बल्कि हमारे बल, धैर्य और एकता का प्रतीक है, जो हमें यह याद दिलाता है कि आज़ादी की कीमत कितनी बड़ी थी और इसे बनाए रखना आज भी हमारी जिम्मेदारी है।

स्वतंत्रता की इस यात्रा की शुरुआत 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से हुई, जिसने आज़ादी की चिंगारी जलाई। महात्मा गांधी के नेतृत्व में हुए असहयोग आंदोलन, नमक सत्याग्रह और भारत छोड़ो आंदोलन ने अंग्रेज़ी सत्ता की नींव हिला दी। नेताजी सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद और अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान ने अंततः भारत को 15 अगस्त 1947 की ऐतिहासिक सुबह का तोहफा दिया।

आज के दिन देशभर में उत्साह और देशभक्ति का माहौल होता है। राष्ट्रीय स्तर पर दिल्ली के लाल किले से प्रधानमंत्री तिरंगा फहराते हैं और राष्ट्र को संबोधित करते हैं। विद्यालयों, कॉलेजों और संस्थानों में सांस्कृतिक कार्यक्रम, देशभक्ति गीत, नृत्य और नाट्य मंचन से माहौल गूंज उठता है। हर गली, मोहल्ले और घर में तिरंगा लहराता है, जो हमारी एकता और गर्व का प्रतीक है।

स्वतंत्रता दिवस का महत्व केवल अतीत को याद करने तक सीमित नहीं है; यह हमें वर्तमान और भविष्य की दिशा तय करने के लिए भी प्रेरित करता है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हम जाति, धर्म और भाषा की विविधता के बावजूद एक हैं, और हमारी असली ताकत इसी एकता में है। यह हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि हम देश के विकास, न्याय, समानता और भाईचारे को आगे बढ़ाने में अपना योगदान कैसे दे सकते हैं।

आज, स्वतंत्रता के 79 वर्षों में भारत ने विज्ञान, तकनीक, अंतरिक्ष, खेल, शिक्षा और अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में अद्भुत उपलब्धियां हासिल की हैं। दुनिया की सबसे बड़ी लोकतंत्र और सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक के रूप में भारत वैश्विक मंच पर अपनी पहचान मजबूती से स्थापित कर चुका है।

अंततः, स्वतंत्रता दिवस सिर्फ़ उत्सव का अवसर नहीं है, बल्कि एक संकल्प का दिन हैअपने देश को और सशक्त, समृद्ध और एकजुट बनाने का। इस 15 अगस्त, आइए हम सब मिलकर तिरंगे को सलाम करें, अपने नायकों को श्रद्धांजलि दें और भारत की प्रगति एकता के लिए अपना योगदान देने का प्रण लें।

 

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